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सड़कों से बचाकर लाई गईं ये दो हथिनियाँ, आर्या और ज़ारा! आज मथुरा में एक-दूसरे का सहारा हैं। एक नहीं देख सकती, दूसरी उसका रास्ता बनती है। इनकी दोस्ती सिर्फ़ ...
मुंबई की अनमता, मीलों का सफर तय करके गुजरात पहुंची, शिवम को राखी बांधने, शिवम और अनमता का आपस में कोई रिश्ता नहीं है, उनका परिवार अलग है, धर्म अलग ...
एक नाम… जो बलिदान का प्रतीक बन गया। खुदीराम बोस, सिर्फ़ 18 साल की उम्र में फाँसी का फंदा चूम लिया। हाथ में भगवद गीता, चेहरे ...
21 साल की उम्र में, पुरुषों की तरह कपड़े पहने हुए, हाथ में पिस्तौल और potassium cyanide। आज वो ब्रिटिश क्लब पर धावा बोल रहे ...
Previous Video जो सपना बहन ने देखा उसे शेफ विकास ने पूरा किया | Vikas Khanna | Radhika Khanna | Sibling Love ...
एक बहन, जिसने हर मोड़ पर भाई का साथ दिया। एक भाई, जिसने बहन के सपने को अपनी ज़िंदगी बना लिया। जब राधिका हमेशा के लिए चली गईं,तब विकास ने ...
घूमने-फिरने के शौकीन चार दोस्तों ने घूमने के लिए छोड़ दी नौकरी, छोड़ दिया शहर और गांव लौटकर घूमने को ही बना लिए सफल करियर, कैसे, देखिए इस वीडियो में ...
संदीप सिंगला, एक ऐसे पिता जो तमाम कोशिशों और सुविधाओं के बाद भी अपनी बच्ची को बचा नहीं पाए। चंडीगढ़ के संदीप इन दिनों परिवार के साथ कतर में रहते ...
13 साल लंबा इंतजार, इस दौरान न जेब में पैसे थे, न कोई काम! पर जीशान ने हार मानने की बजाय कोशिश करना जारी रखा औऱ इस सफर में ...
जब जिंदगी ने हरप्रीत को तोड़ने की कोशिश की — इन परिंदों ने उन्हें फिर जीना सिखाया। पंजाब की हरप्रीत कौर बीते 10 सालों से 200 ...
सोचिए, सिर्फ़ नमक बनाने के लिए 240 मील पैदल चलना पड़े! सुनने में नामुमकिन लग सकता है,, पर इस एक क़दम था जिसने आज़ादी की लड़ाई ...
90s की राखियां… काग़ज़ पर बने कार्ड। आज सब डिजिटल हो गया है — लेकिन एहसास अब भी वैसा ही है। राखी बांधते वक़्त जो आंखों में ...